History
इस महाविद्यालय की स्थापना श्री रामबाबू यादव के द्वारा क्षेत्र के महान् समाज सेवी और शिक्षाविद् रामरूप प्रसाद को समर्पित समाज के वंचित और ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के बीच शिक्षा की ज्योति जगाने के लिए 1984 ईo में की गई थी।
समय के साथ यह महाविद्यालय आगे बढ़ता रहा और वर्तमान सचिव डा० रामबाबू यादव की दूरदर्शिता और लगन के फलस्वरूप वर्त्तमान स्थिति में है। यह महाविद्यालय उत्तरोत्तर विकास और प्रगति पथ पर अग्रसर है। प्रगति और विकास की यह यात्रा निरन्तर जारी है।
यह महाविद्यालय पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय एवं बिहार सरकार द्वारा स्थायी संबंधन प्राप्त है। इस महाविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के द्वारा 2 (F) और 12 (B) में मान्यता प्राप्त है,साथ ही साथ नैक द्वारा मूल्यांकित है|
यह महाविद्यालय पटना जिला के मसौढ़ी अनुमंडल के सुदूर ग्रामीम क्षेत्र भेड़गावां में अवस्थित है I
इस महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक विकास के साथ-साथ संपूर्ण विकास के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध है। छात्र-छात्राओं को पुस्तक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समृद्ध पुस्तकालय, , पेयजल सुविधा, शौचालय, सुसज्जित प्रयोगशाला, Internet एवं Website, खेलकूद, वाद-विवाद, एन०सी०सी० एवं अन्य क्रिया-कलापों की सुविधा उपलब्ध है।
समय के साथ यह महाविद्यालय आगे बढ़ता रहा और वर्तमान सचिव डा० रामबाबू यादव की दूरदर्शिता और लगन के फलस्वरूप वर्त्तमान स्थिति में है। यह महाविद्यालय उत्तरोत्तर विकास और प्रगति पथ पर अग्रसर है। प्रगति और विकास की यह यात्रा निरन्तर जारी है।
यह महाविद्यालय पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय एवं बिहार सरकार द्वारा स्थायी संबंधन प्राप्त है। इस महाविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के द्वारा 2 (F) और 12 (B) में मान्यता प्राप्त है,साथ ही साथ नैक द्वारा मूल्यांकित है|
यह महाविद्यालय पटना जिला के मसौढ़ी अनुमंडल के सुदूर ग्रामीम क्षेत्र भेड़गावां में अवस्थित है I
इस महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक विकास के साथ-साथ संपूर्ण विकास के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध है। छात्र-छात्राओं को पुस्तक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समृद्ध पुस्तकालय, , पेयजल सुविधा, शौचालय, सुसज्जित प्रयोगशाला, Internet एवं Website, खेलकूद, वाद-विवाद, एन०सी०सी० एवं अन्य क्रिया-कलापों की सुविधा उपलब्ध है।